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सम्पादकीय : 'शान्ति सुमन की गीत-रचना और दृष्टि'
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शान्ति सुमन की गीत-रचना और दृष्टि
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डाॅ॰ अरूण कुमार
गीतों मे एक पूरी दुनिया
'भीतर-भीतर आग' के गीतों का संसार बहुत व्यापक है। इन गीतों के अन्तर मे एक कथा बह रही है। ग्रामीण संस्कार ही नहीं, उनमें एक पूरी दुनिया है। शहर की ओर लौटते ही वह दुनिया अचानक विलुप्त होने लगती है। बहुत से इस व्यथा में ही अंत पा लेते हैं, लेकिन शान्ति सुमन इतने से मानती नहीं और आशा की नयी किरण लेकर गीतों में अवतरित होने लगती हैं।