शान्ति सुमन के गीत - डॉ॰ शिवकुमार मिश्र

आत्म परिचय

शान्ति सुमन : व्यक्ति और कृति : दिनेश्वर प्रसाद सिंह 'दिनेश'

शान्ति सुमन : व्यक्ति और कृति : डाॅ. सुनन्दा सिंह

आत्मकथ्य - डाॅ॰ शान्ति सुमन

रत्नेस्वर झा

व्यापक परिवेश में हस्तक्षेप

              शान्ति सुमन हिन्दी लिखती हुई मैथिली में आई हैं। भले इनकी मातृभाषा मैथिली हो, पर इन्होंने पहले हिन्दी में लिखा। इसलिए इनके मैथिली गीत हिन्दी गीतों मे संस्कारित हूए हैं। लोकभाषा के गीतों में जो क्षेत्रीयता होती है, छोटा परिवेश होता है, सोच का प्रथित रूप होता है और संबंधों का सीमित विन्यास – शान्ति सुमन के गीतों ने इनका अतिक्रमन किया है। व्यापक परिवेश में हस्तक्षेप करते हुए इनके अनेक गीत व्यक्तिगत संबंधों से बाहर होकर सामाजिक संबंधों को गतिशील और विश्वनीय बनाते हैं। अपने समकालीन मैथिली गीतकारों से इसलिए इनके गीत अलग और ऊपर के प्रतीत होते हैं।

                                                         -रत्नेस्वर झा